JOH AAP KAR SEKTE HAI SIRF USKE BARE MEIN HI SOCHE

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JOH AAP KAR SEKTE HAI SIRF USKE BARE MEIN HI SOCHE

हेल्लो दोस्तों आज एकबार फिरसे आप सभीको Internetsikho में बहुत बहुत स्वागत है.दोस्तों हमसबके जीबन में बहुत सारे problems आते है और हमलोग उस प्रोब्लेमस के बारे में सोचके आपना दिमाग और और खाराप कर लेते है और finnaly आपने पास उस problems के solution धुंडने का समय भी नहीं मिलता है.तोह आज हाम इस पोस्ट में उसके बारे में ही बात कर्नेगे करेंगे की कैसे आप आपने problems को कम कर सकते है और उसके solution निकाल सकते है.और यह में एक साधारन काहानी के माध्यम से बातानेवाला हु जिससे आप आसानी से समझ सके तोह कृपया करके पूरी पोस्ट को ध्यान से पढ़े.

JOH AAP KAR SEKTE HAI SIRF USKE BARE MEIN HI SOCHE

दोस्तों आज की काहानी है एक psychologist की जिसने आपने जीबन में students को बड़ा सिख दिया है.एक psychologist ने एकदिन stress management के बारे में लेक्चर दे रहा था तोह उसने उदहारन देने के लिए एक पानी से भरा हुआ गिलास उठाया सरे students यह सोक राहा था और सायेद आप भी यह सोच रहे होंगे की यह वोही आधा भरा और आधा खली वाला उदाहरन है लेकिन नहीं.

फिर psychologist ने पूछा की यह गिलास का वजन कितना है?तोह कोई बोला 20 grm,कोई बोला 50 grm,koi बोला 70 grm तोह psychologist ने बोला गलत.इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की ग्लास का क्या वजन है.फर्क इस बात से पड़ता है की आप इस गिलास को कितने देर तक उठा सकते है?अगर आप 1 miniute तक उठा के राखेंगे तोह कोई problem नहीं होगा,और अगर आप इससे 1 दिन उठा के राखेंगे तोह सायेद आपके हाथ में paralyzed भी हो सकता है.लेकिन सबसे important बात यह है की गिलास का वजन वोही का वोही है लेकिन आप जितनी देर तक उससे उठाकर रखेंगे उतना ही heavy और heavy होते चले जाएगा और अंत में ऐसा भी ना हो जाए की आप  उससे सह नहीं पाए. 

तोह दोस्तों इस काहानी से आपने को यह सिख मिलता है की जोह हामारे जीबन के stresses और प्रोब्लेमस है सब यह पानी के ग्लास की तरह है.और आप जीबन के उस stress और problems के बारे में थोडा सोचेंगे तोह कुछ नहीं होगा.और अगर आप problems और stresses के बारे में कुछ समय तक सोचेंगे तोह आपको धीरे धीरे दर्द होना शुरू होगा.और अगर आप हर घंटे हर दिन सिर्फ येही सोच्नेगे तोह आपके हाथ की तरह आपके दिमाग भी paralyzed हो जायेगा.जिस हाथ से आपने पुरे दिन पानी का गिलास उठाया.और सायद आपको ambulance में जाना पढ़े और तब कोई मदत भी ना मिले.

तोह दोस्तों इस situition में आपको क्या करना है थोड़ी देर के लिए ग्लास को निचे राखना है और आपने हाथो को आराम देना है .इसका मतलब आपके problems है chintai तोह है लेकिन उसके बारे में नहीं सोचना और आपके माइंड को rest देना है.और फिर problems के बारे में नहीं सोचना है वल्कि उनके solution के बारे में सोचना है.सिर्फ उन चीजो के बारे में सोचना है जोह आपके कण्ट्रोल में है.नाकि उन् चीजो के बारे में जोह की आपके control में नहीं है. तोह दोस्तों उम्मीद करता हु की आपको यह काहानी पसंद आएगा और इस काहानी से जरुर हामे कुछ ना कुछ सिख मिलेगई.आपको यह काहानी कैसा लागा आप जरुर निचे कमेंट box का मदत लेकर मेरे साथ शेयर करे,धन्न्य्बाद.





Mithun
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम मिथुन है,और में इस वेबसाइट को 2016 में बानाया हु.और इस वेबसाइट को बानानेका मेरा मूल मकसद यह है की लोगो को इन्टरनेट के माध्यम से हिंदी में इन्टरनेट की जानकारी प्रदान करना.इसीलिए इस वेबसाइट का नाम Internetsikho राखा गया है.

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