TECHNICAL INDICATORS KE PRAKAR?

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TECHNICAL INDICATORS KE PRAKAR?
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हेल्लो दोस्तों आज एकबार फिरसे आप सभीको internet sikho में बहुत बहुत स्वागत है.आज हाम इस पोस्ट में जानेंगे की technical chart में कितने प्रकार के indicators होते है और उस अलग अलग indicators के क्या क्या काम है उसके बारे में भी जानेंगे.

TECHNICAL INDICATORS की पूरी जानकारी 

technical indiactors को दो भाग में भाग किया गया है.

  1. LEADING INDICATORS 
  2. LAGGING INDICATORS       

तोह यह दोनों indicators के बारे बारे में निचे उल्लेख करने जा राहा हु.

  • LEADING INDICATORS–  यह सुचोक नाम की तरह बर्ताब करता है.मार्केट overbought या oversold है इसकी सूचना सुचोको को देता है.वोग गति के बिना किसी स्थर पार आटके हुए बाजार में आछा काम करते है.यह सुचोक जोह कम कालाबधि की खरीदी या बिक्री करते है उनके लिए बहुत हु उपोयोगी है.यह अधिक trending signal देता है और ट्रेडर ने जाग्रति रहकर काम किया तोह बहुत ही आछा मुनाफ़ा कामा सकते है.

LEADING INDICATORS के भी 2 बिभाग में भाग किया गया है जैसे

  1. RELATIVE STRENGTH(RSI)
  2. STOCHASTIC OSCILLATOR 

LEADING INDICATORS इस्तेमाल करने का क्या फ़ायदा है?

खरीदी और बिक्री का मिलनेवाला पुर्बो संकेत यह इसका आसली फ़ायदा होता है.leading सुचोक यह अधिक trending संकेत निर्मान करते है जोह अधिक trading का मौका देता है.बड़ते बाजार में oversold होकर आपको खरीदी करने का मौका मिलता है.

घटते बाजार में overbought होकर आपको बिक्री करने का मौका देता है.पार इसका एक घटा यह है की अधिक संख्या में संकेत और पुर्बो संकेत wipshaw की संभाबना में बढोतरी करते है जिसमे खतरा बढ़ता है.

 

  • LAGGING INDICATORS – lagging सुचोक यह ट्रेंड के अनुसार चलनेवाले सुचोक है.उनकी रचना इसीलिए होता है की स्थापित ट्रेंड में  ट्रेडर या  निवेशक ट्रेंड के साथ निवेशित रहते है और ट्रेंड जब तक स्थापित होते है तबतक वोह उनमे शामिल होते है.                                                                                                       ऐसे सूचक दीर्घो कलाबधि में निर्मान होनेवाला ट्रेंड में बहुत ही आछा काम आता है.यह भबिस्य में आनेवाले भाव का  अंदाजा नहीं दे सकते पार बाताते है की बाजार की दिशा कोनसा है.एकसमान तेजी के कालाबधी में समय के अनुसार काहापर सपोर्ट लेते है वोह स्पष्ट करते है.हर निवेशक दीर्घो कालाबधि के लिए  शांत मन से कोई भी शेयर्स में निवेशित रह सकते है.

lagging indicators को भी 2 प्रकार में बिभाग किया गया है

  1. MOVING AVERAGE
  2. MACD

Lagging indicators इस्तेमाल करने का फ़ायदा और नुक्सान क्या है?

lagging सुचोको का एक फ़ायदा उनकी ट्रेंड पकड़ने की एक खमता होता है.यह सुचोक एकसमान बढ़ते या घटते बाजार में आछा काम है.इन सुचोक में बहुत ही कम ट्रेडिंग signal तोह मिलते ही है और जब मिलते है तब थोड़े बहुत मिलते है.पड़े रहनेवाला शांत बाजार में यह आछा काम नहीं देते है.leading और lagging सुचोक अलग अलग प्रकार के भूमिका निभाते है.

दोस्तों यह था TECHNICAL INDICATORS की पूरी जानकारी जिसमे आप अलग अलग indicators के अलग अलग भूमिका के बारे में जान सकते है.उम्मीद करता हु की आपको हामारे technical analysis series से हर दिन कुछ ना कुछ सिखने को मिल राहा होगा.और हामारे आनेवाले हर एक पोस्ट की जानकारी इ mail box में प्राप्त करने के  लिए internet sikho को subscribe करना ना भूले.

Mithun
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम मिथुन है,और में इस वेबसाइट को 2016 में बानाया हु.और इस वेबसाइट को बानानेका मेरा मूल मकसद यह है की लोगो को इन्टरनेट के माध्यम से हिंदी में इन्टरनेट की जानकारी प्रदान करना.इसीलिए इस वेबसाइट का नाम Internetsikho राखा गया है.

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