हेल्लो दोस्तों आज एकबार फिरसे आप सभीको internetsikho में बहुत बहुत स्वागत है.दोस्तों आज हम इस पोस्ट में आपके साथ शेयर करने वाले है की Vote कैसे द.यानि मतदान जोह की लोकतंत्र का महत्यप्रबो है.और हमारे देश के हर एक नागरिको के सर्बोधनिक अधिकार है.और जैसे आपको बता दू की vote अपने हिसाब से देनेका सबके पास एक अधिकार है यानि की जोह पार्टी के उमीदवार के काम आपको पसंद है उससे आप vote दे सकते है.तोह चलिए आज और बिस्तर से जानेंगे मतदान यानि की vote के बारे में जानेंगे.
अनुक्रम ( छुपाये )
मतदान क्या होता है?
देश के 18 साल उम्र पूरी कर जा चुके सभी नागरिको के द्वारा अपने प्रतिनिधि को चुनने का पक्रिया को मतदान कहा जाता है.और मतदान देने के बाद जोह प्रतिनिधि को जीत मिलता है उन्हे संसद या बिधान सभा में देश या राज्य के लिए कानून बानानेका अधिकार मिल जाता है.और यह कानून सभी नागरिको को प्रभाबित करता है,और इन्ही के कानून के आधार पार ही प्रशासन चलाया जाता है.
मतदाता दिबस क्या होता है?
भारत दुनिया के दूसरा सबसे बड़ा लोकतंत्र देश है.लेकिन यह के नागरिको को मतदान के उपर इतना आग्रह नहीं रहता है.इसी वजह से भारत के नागरिको के तुलना में मतदान का संख्या कम होता है.और यह मतदान के पक्रिया 25 jannuary 1950 में स्थापित किया गया है.और इस मतदान को और लोकोप्रियो और जनता को मतदान को लेकर जागृत करने के लिए भारत के स्वाधीन होने के 61 साल बाद यानि की 25 jannuary 2011 को उस समय के देश के राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने मतदाता दिवस का सुभारम्भ किया था.उसके बाद से ही भारत में हर साल 25 jannuary को मतदाता दिबस के रूप में पालन किया जाता है.
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मतदान कैसे करे?मतदान करने के लिए क्या क्या करना पड़ता है?
- vote देने के लिए सबसे पहले आपके उम्र 18 साल या फिर उससे जादा होना चाहिए.उसके बाद ही आपके voter card बनवाना होता है.voter card बन जाने के बाद आपका नाम voter list में शामिल होना चाहिए,तभी आप मतदान दे सकते है.
- आप जब भी vote देने जाते है सबसे पहले वोहा के अधिकारी आपके नाम पूछेगा नाम मिल जाने पार आपके voter id card check करेंगे.
- id check हो जाने के बाद दुसरे अधिकारी के पास आपको भेजा जाता है और वोहा आपके ऊँगली पे निशाने लागाते.फिर वोहा से आपको एक पर्ची मिलेगा और वोहा एक register होगा उसमे आपको signature करना होगा
- उसके बाद दुसरे अधिकारी के पास आपको भेजा जायेगा वोहा आपको पर्ची जमा करना होगा और साथ ही आपके निशाने लागे हुए ऊँगली को दिखाना होगा फिर आपको मतदान केंद्र के भेजा जायेगा.
- आप जब avm यानि की (electronic voting machine) के पास जाते है तोह वोहा आपको आपके इलाके के सारे उमीद्द्वारे का नाम और उनके पार्टी के दिखाई देगा.और उन नाम के बगल में ही voting का बटन रहेगा उसपर क्लिक करने से आपका vote उन उमीद्वारे के नाम में चला जायेगा.बटन क्लिक करने के बाद एक beep sound में आवाज आयेगा तोह समझ लीजिये आपका मतदान सफल रूप में संपूर्ण हो गया है.
- उसके बाद vvpat machine के अन्दर वाले window में दिखाई देनेवाला पर्ची की जाँच करना है.इनमे आपके नाम और पार्टी के symbol के साथ दिखाई देता है 7 second के लिए.
- और अगर आपके इलाके के कोई उमीद्वारे पसंद नहीं है इस खेत्र में आप nota में vote दे सकते है.यह option सबसे निचे दिखाई देता है.
- हर एक को अपना अधिकार है की वोह अपने मनपसन्द उमीद्वारे को vote दे.इसलिए आपना कीमती vote सोच समझकर ही दे ताकि आपके मतदान किसी गलत उमीद्वारे को देकर बिफल जाये.
मतदान देना जरुरी क्यों है?
चुनाब में नागरिको के द्वारा किये गए मतदान को गुप्त तरीके से गिनती किया जाता है,इससे मत गनना कहा जाता है.और इस मतदान के गिनती के बाद जिस प्रतिनिधि को सबसे अधिक vote प्राप्त होता है उससे चुनाब आयोग के द्वारा बिजयी घोषित किया जाता है.और अगर आप मतदान नहीं करते है तोह हो सकता है की कोई अयोग्य प्रतिनिधि जीत कर संसद/बिधानसभा तक पहुच जाता है.और वोह गलत कानून का समर्थन देकर कानून को पास भी करवा सकता है.
इससे मतदान करनेवाला बेकती और मतदान ना करनेवाला बेकती दोनों को ही झेलना पड़ता है.तोह VOTING के जरिये यह बिचार करनेका अधिकार होता है हमारे पास सही प्रतिनिधि चुनने का.अगर आपने कोई सही प्रतिनिधि को मतदान करते और जिसने मतदान नहीं किया था वोह बेकती अगर सही प्रतिनिधि को मतदान करता तोह इस तरह के समस्या का उत्पत्ति नहीं होता.इसलिए देश और राज्य के प्रशासन को सही हाथो में देने के लिए हम सभीको मतदान करना बहुत जरुरी है.
मतदान करनेवालों को क्या फायदा है?
- नागरिको द्वारा किये गए मतदान के द्वारा चुने गए प्रतिनिधियो के माध्यम से ही शाशन में जनता की भागीदारि होता है.यह प्रतिनिधि अपने इलाके के जनता के समस्या के उपर ख्याल रखता है और उनके मांगो को पूरी करनेका जिम्मेदारी लेता है.इससे नागरिको में राजनितिक चेतना जागृत होता है.
- मताधिकार के वजह से ही सरकार और जनता के बिच समंजस्स्य मजबूत होता है.इससे साशन बेबोस्था में कार्यकुशला आता है.
- मतदान के द्वारा मतदाता सरकार बदलने की शक्ति रखता है.
तोह दोस्तों इस पोस्ट में मैंने आपको मतदान के बारे में सारे जानकरी दिए है मतदान क्या है?मतदान स्थापन कब और कैसे किया गया था?मतदान देना जरुरी क्यों है?मतदाता दिबस के है इस तरह के मतदान से जुड़े हुए सारे सावालो के जवाब इस पोस्ट में देनेका पूरी प्रयास किया है.उमीद करता हु आपको यह जानकारी पसंद आएगा.और इस जानकरी से जुड़े हुए आपके मन में किसी भी तरह के सावाल/सुझाब रहता है तोह आप निचे कमेन्ट BOX में मेरे साथ साँझा कर सकते है.धन्यबाद.