हेल्लो दोस्तों आज एकबार फिरसे आप सभीको Internetsikho में बहुत बहुत स्वागत है.सबसे पहले हम दिलसे हामारे followers को merry CHRISTMAS कहना चाहूँगा.
”CHRISTMAS का यह पयारा तोहार जीबन में लाये खुशिया आपार सांता क्लाउस आये आपके द्वार सुभकामना हामारी करे स्वीकार मेर्री क्रिसमस”
दोस्तों आज में इस पोस्ट के माध्यम से आपलोगों को बातानेवाला हु की CHRISTMAS कब और क्यों मानाया जाता है?और CHRISTMAS बानाने के पीछे क्या reason है ज्सिके वजह से यह तोहार इतना धूम धाम से मानाया जाते है.तोह आप भी अगर CHRISTMAS से जुड़े हुए कुछ अंजाने बातो के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते है तोह कृपया करके पूरी पोस्ट को पढ़े.
अनुक्रम ( छुपाये )
CHRISTMAS क्या होता है?SANTA CLAUS क्या है?
हर साल 25 december को CHRISTMAS का तोहार सारे बिस्स्य में मानाया जाता है.CHRISTMAS के दिन इषम अशी का जन्म हुआ था.क्रिसमस के दिन इसही धर्म के लोग चर्च जाकर प्रार्थना,गीत गाते है.इस दिन लोग आपने घरो तथा CHRISTMAS tree को सितरो घंटियों रंग बेरोंग बल्ब साजाते है.क्रिसमस कार्ड,क्रिसमस चॉकलेट,पेस्ट्री,केक,और उपहार इस तोहार की शान है.बच्चे इस तोहार के बिशेष रूप से प्रतीक्षा करते है.और ऐसा माना जाता है की रात की समय लम्बी दारी वाला एक बाबा लाल चोगा पहनकर आता है और जुराबो में उपोहर डाल जाते है.इस प्यारे बाबा के नाम है सांता क्लाउस.
CHRISTMAS क्यों और कबसे मानाया जाता है?
बच्चे के लिए सांता क्लाउस कोई देवदूत से कम नहीं है.अब आपके मन में यह सावाल चल राहा होगा की यह सांता क्लाउस है कोन?चलिए आपके सावाल के जवाब एक काहानी के माध्यम से पेश करने जाराहा हु जिसके माध्यम से आप जान सकते है की CHRISTMAS क्यों और कबसे मानाया जा रहे है उसके बारे में भी जानेंगे .
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एक सहर में निकोलस नाम का एक बहुबीर बेकती रहता था.और उसके मन में सभीके लिए दया और करुना था.एकदिन जब वोह बाहार तहोलने के लिए निकला तोह रस्ते में एक घर से उससे कुछ आवाज सुनाई दे राहा था एक छोटी सी बच्ची आपने बुढ्ढे पिता से कह रहि थी मा तोह बहुत बीमार है.लेकिन उसके दाबाई काहा से आएगी.खाने के सामान लाने तक भी तोह पैसा नहीं है हामारे पास.लड़की जोर जोर से रोने लगी और बुढ्ढे पिता उससे हिम्मत बानाते रहे और बोलते रह एरो मत बेटी इस्श्वर बड़ा कृपालु है.वोह हामारी मदत जरुर करेगा.
निकोलस से लड़की का दुःख नहीं देखा गया.और घर लौटकर निकोलस ने कुछ खाने का सामान और चांदी का सिक्के निकाले, उससे समझ नहीं आया की वोह यह सामान किसमे डाले.उससे थैली भी नहीं मिली.सामने उसके जुराबे टंगे हुए थे वोह दिखी और ऊसने उसमी सारे सामान उस जुराबो में भर लिया .और रात के अँधेरे में चुपके से जाकर लड़की के घर में फेक आया.और उसके आगले ही दिन सुभे जब बुढ्ढे पिता और लड़की ने सब सामान देखा तोह वोह हैरान रह गया.उन्होंने इससे प्रभु की कृपा माना.और आसपास के लोगो में भी यह समाचार फेल गया और धीरे धीरे गरीब दुखी और जरूरतमंद लोग आपने घर के दरवाजे के आगे जुराबे टांगने लागे.निकोलस ने जब यह देखा तोह उसने फैसला किया की वोहा किसि को भी निरास नहीं करेंगे.
वोह चुपचाप जाकर जुराबो में अनेक प्रकार के चीजे डाल देता था.कुछ दिन बाद लोगो को निकोलस के बारे में पाता चल गया.लोग उससे संत निकोलस sent claus से पुकारने लागे.धीरे धीरे sent claus का नाम santa claus में बदल गया.और आज भी दुनियाभर में बच्चे CHRISTMAS पार सांता क्लाउस से आपने मनपसंद चीजो का फर्मियाश करते है.यह सिर्फ बच्चो का ही नहीं बड़ो का भी प्यारा बनते आरहे है.इशाई के लोग आज भी मानते है की वोह एक देवदूत है.जोह आपना प्रेम सभी पार बरसते है.और उस दिन को यादगार बानाए राखने के लिए CHRISTMAS of santa claus हर साल के 25 december को बहुत ही धूम धाम से मानाया जाता है.
दोस्तों यह था CHRISTMAS of santa claus से जुड़े हुए कुछ रोचक बाते.जिसके माध्यम से आप जान सकते है की CHRISTMAS मानाने का शुरुवात कब और कैसे हुआ था?और इसके पीछे क्या कारन था जिसके वजह से आज भी लोग इस दिन को बहुत धूम धाम से मानाने लागे है उसके बारे में भी जानकारी आपको इस पोस्ट में दिए है.उम्मीद करता हु की यह जानकारी आपको पसंद आएगा.और इस जानकारी से जुड़े हुए आपके मन में कोई सावाल या सुझाब रहता है तोह आप् निचे कमेंट box का उपोयोग करके मेरे साथ शेयर कर सकते है.धन्न्य्बाद.