दोस्तों आज एकबार फिरसे आप सभीको internetsikho में बहुत बहुत स्वागत है.दोस्तों प्यार हम सभी लोगो के जीबन में एकबार आता ही है चाहे उससे हम महसूस नहीं कर पाए वोह एक अलग बात है और किसी किसके जीबन में तोह प्यार एक से अधिक बार भी हो जाता है.लेकिन इसमें एक Common Problem यह देखने मिलता है की आप जिस भी लड़की से प्यार करते है और आप जब उससे आपके मन की बाते कहने लगते है तब वोह लड़की सामने से आपके बाते को टल देता है और वोह आपसे यह कहता है की हम दोनों एक अच्छे दोस्त बनकर रह सकते है और आपसे दोस्ती करनेका Offer देता है.और तब आपको समझ में नहीं आता है की अगर यह लड़की मेरे से दोस्ती ही करना चाहते है तोह मेरे दिल की बात को क्यों नहीं मान लिया?इसके पीछे बहुत सारे कारन हो सकता है क्यों एक लड़की को पहचानना बहुत मुशिकल काम है क्यों की उन्हें खुदको ही नहीं पता होता है की उससे कब क्या करना है.तोह आपको काहा से आप दोनों के Relationship को लेकर जल्दी से हा करदे.तोह आज में इस पोस्ट में आपको पूरी तरह से बताऊंगा की किसी लड़की को अपना दिल की बात कहने पर वोह माना क्यों करती है और एक अच्छे दोस्त बनने का ऑफर क्यों देता है ? तोह कृपया करके पूरी पोस्ट को पढने का धर्य बनाए रखे और समझे की किसी भी लड़की को में तुमसे पयार करता हु बोलने पार वोह माना क्यों करती है और आपके साथ दोस्ती करने के लिए क्यों कहती है?
किसी लड़की को अपना दिल की बात कहने पर वोह माना क्यों करती है और एक अच्छे दोस्त बनने का ऑफर क्यों देता है ?
किसी भी लड़की को प्रेम के निबेदन देनेका बाद अगर वोह लड़की आपके साथ दोस्ती करनेके लिए कहती है तोह यह एक सभ्य लड़की के पहचान है.और अगर वोह लड़की आपको मुह के ऊपर यह कहती थी की अपनी सक्कल देखि है कभी आयने के सामने,या आप उन्हें प्रेम निबेदन करने के क्या योग्य है आपके पास इस तरह के बाते अगर वोह आपको बता देती तोह बहुत बुरा लगता था आपको उस समय अगर उससे आपके प्रेम निबेदन मंजूर नहीं था.
बहुत बार हमलोग सभ्य भासा में अपने/पराये लोगो को बोलते है ना की आज हमारे यही रुख जाईये,फिर कभी हमारे यहाँ आना,दोपहर को खाना खाकर जाना यह सारे बाते जादातर भद्रता के साथ बोला जाता है.
यह लड़की के प्रेम निबेदन के खेत्र में भी येही.और यह प्यार के नाम पे दोस्ती के Offer करना इससे भद्र भासा में आपको ना कर रही है.जिससे आपको जादा दुःख ना पहुचे आपके प्रेम निबेदन को ना करने पार.
और ऐसा भी हो सकता है की वोह लड़की आपके साथ दोस्ती करके आपको समझना चाहती है की आप कैसे इंसान है?आपके साथ उनके जमेगी या नहीं?और फिर आपके प्रेम निबेदन को लेकर दूसरी बार सोच भी सकती है की आपके प्रेम निबेदन को मान लेना चाहिए या नहीं?लेकिन जादातर खेत्र में ऐसा नहीं होता है.
- कभी किसीसे पयार मत करना
- आजके दिन में पैसा है तोह प्यार है पैसा नहीं तोह प्यार भी नहीं
- जीबन में पैसा ही सबकुछ मायने नहीं रखता है
- क्या घर से भागकर साधी करना सही फैसला है?
- साधी को लेकर आनेवाले समय में लोगो के मन में कितना उतसाह रहेगा?
दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपके साथ शेयर किया है की किसी लड़की को अपना दिल की बात कहने पर वोह माना क्यों करती है और एक अच्छे दोस्त बनने का ऑफर क्यों देता है ? आशा करता हु की आपको यह जानकारी पसंद आया हो ,और इस जानकारी से जुड़े हुए आपके मन में किसी भी प्रकार के सवाल/सुझाब रहता है तोह आप निचे हमारे साथ Comment Box में साँझा कर सकते है,धन्यबाद.