हेल्लो दोस्तों आज एकबार फिरसे आप सभीको Internetsikho में बहुत बहुत स्वागत है.आज हम इस पोस्ट में आपको बातायेंगे की GDP के बारे में.जैसे GDP क्या है?GDP का क्या मतलब होता है?और GDP को कैसे कैलकुलेट किया जाता है?ऐसे आप सभीने ने कही ना कही tv पे या फिर किसी newspaper में GDP के बारे में बात करते हुए देखे होंगे.लेकिन फिर भी जादा से जादा लोगो को इसके बारे में पूरा जानकारी ना होने के कारन वोह सही तरह से GDP को समझ नहीं पाते है.तोह इसलिए हम सोचा की क्यों ना हम आपको इस पोस्ट में GDP के बारे में पूरी जानकरी शेयर करे.तोह आप आप भी अगर GDP के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तोह कृपया करके इस पोस्ट को पूरा पढ़े.
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GDP क्या है?GDP को कैसे calculation किया जाता है?
दोस्तों आप लोगो में से कुछ लोग ऐसे तोह जरुर होंगे की news पढ़ते है या देखते है जिसमे आपको पता चलता है की किस देश का GDP कितना बढ़ गया है और किस देश का GDP कितना घट गया है .लेकिन इस GDP किस तरह से हर एक देश में अलग अलग rate में होता है और उसके पीछे क्या क्या कारन उन सारे जानकरी बिस्तर से बताने जा रहा हु.
GDP का इस्तेमाल सबसे पहले कब और क्यों किया गया था?
GDP का सबसे पहले इस्तेमाल अमेरिका के एक अर्थसास्त्री SIMON KUJLETT ने 1935 से 1944 के दोरान अमेरिका की अर्थबेबोस्था को मापने के लिए किया था.और इसके बाद इसका इस्तेमाल international level पार यानि की INTERNATIONAL MONETARY FUND के द्वारा शुरू कर दिया गया.और आज दुनिया का लगभग हर देश आपने देश के अर्थो बेबोस्था को मापने के लिए GDP का इस्तेमाल करते है.
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GDP का full form क्या है?GDP का मतलब क्या होता है?
GDP– GROSS DOMESTIC PRODUCT (सकल घरेलु उत्पाद)
किसी भी देश में एक साल में उस देश की आर्थिक बेबोस्था में तैयार होने वाले उत्पाद और सेवा को मिला दिया जाये और उसके value मार्किट के दर में लागा दिया जाये उसे ही उस देश की आर्थिक बेबोस्था की GDP माना जाता है.इसको आसानी से समझने जाए तोह एक साल में उस देश में जितने भी production हुआ है उससे ही उस देश की GDP काहा जाता है.
Import Export क्या होता है?आयात नियारोत क्या होता है?
import का मतलब होता है आयात इसको समझने के लिए में कुछ आसान तरीका बाताऊंगा.जैसे मान लीजिये कोई भी सामान अगर बिदेशो से भारत में मंगाया जाता है उससे हम import कहते है.ठीक उसी तरह हम अगर हमारे देश में बने हुए चीजो को दुसरे देशो में सप्लाई देते है या फिर बेचते है उससे हम export कहते है.
GDP rate किस चीजो को देखकर तय किया जाता है?
GDP को मुलतर किसी भी देश के 3 चीजे के उपर निर्भर होता है.AGRICULTURE(कृषि), INDUSTRY (उद्योग ),SERVICES(सेवा) .और इन तीनो sector में उत्पादन के बढ़त और घटती के आधार पार उस देश की GDP rate तय होता है.इसलिए GDP को देश का अर्थबेबोस्था का सूचक कहा जाता है .क्यों की इसमें मार्किट में होने वाले कारबार के गति के बारे में पता चलता है.GDP में सिर्फ और सिर्फ domestic सामानों या फिर घरेलु सामानो को ही गिना जाता है.यानि की जोह चीजे हामारे देश में बने है सिर्फ उसी के value को GDP में जोड़ा जायेगा.अगर कोई भी चीजे भारत में बनता है और वोह चीजे कोई और देशो को बेचता है तोह उसे भारत के GDP में ही जुड़ा जायेगा.और अगर की चीज किसी दुसरे देश में बनता है और वोह भारत में आकर बिकता है तोह उससे GDP के अन्दर जोड़ा नहीं जाता है.GDP ही एक ऐसा लक्षण है किसी भी देश के आर्थिक बेबोस्था को समझने के लिए.
GDP को समझने के लिए कुछ आसान तरीका
मान लीजिये हमारे देश में एक साल में सिर्फ 100 scooter बनता है और एक scooter के कीमत 500 रुपया है तोह इस देश की GDP 5000 रुपया होगा.यह आपको आसान भासा में समझाने के लिए बताया है.असल में GDP मापने का सूत्र है GDP=C+I+G+(X-M).
इसमें C का मतलब है consumer expenditure
इसमें I का मतलब है industries investment
इसमें G का मतलब है goverment expenditure
और X का मतलब है export-import
चलिए अब इसका उदाहरन आपको बाताते है GDP=(C) 100+(I) 100 +(G ) 100 +((X) 100 -(X)100 ))=300
इस फार्मूला से हमें यह पता चलता है की अगर consumer expenditure 100 रुपया की सामान उत्पादन करता है औरindustries investment भी 100 रुपया की सामान उत्पादन करता है औरgoverment expenditure भी 100 रुपया की सामान उत्पादन करता है और export aur – import भी दोनों 100 100 रुपया का है तोह उस देश कीGDP होगा 300 रुपया .
हर एक देश के लिए GDP को calculate करना क्यों जरुरी है?
GDP ही किसी भी देश की economy health के बारे में बाताता है उस देश की अर्थाबेबोस्था के के बारे में.ऐसे तोह GDP एक नंबर है जोह बताता है की देश की आर्थिक स्थिति कैसा है.GDP हर एक देश के लिए 1 साल में calculate किया जाता है.और GDP को calculate करने के बाद जोह number आता है उस नंबर से अलग अलग देशो के GDP के साथ तुलना किया जाता है और अंदाजा लागाया जाता है की दुसरे देशो के तुलना में हमारे देश की अर्थी स्थिति कैसा है.
किसी भी देश का GDP कैसे बढ़ता है और कैसे कम होता है?
किसी देश का GDP rate तब बढ़ता है जब उसी देश में बनी हुयी सामान उसी देश में लोग खरीदते है.जैसे अगर आप भारत में रहते है और आप भारत में बनी हुयी चीजे खरीदते है तोह भारत के GDP बढेगा .और आगर आप भारत के होकर भी किसी बहार के देशो के चीजे भारत में खरीदते है तोह उस बहार के देश के GDP में बढ़त आयेगा ना की भारत के GDP में बढ़त आयेगा.चलिए फिर हमसब एक साथ होकर आपने देशो के चीजो के कारबार और बढ़ाते है और अपने देश में बने हुए चीजो के इस्तेमाल करने का आदत डाल लेते है और दुसरे देशो के चीजो को इस्तेमाल करने से बहिस्कार करते है.इससे हमारे देश की अर्थो बेबोस्था में और सुधर आएगा.और कुछ ही दिन में हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी उनके मन की बातो में यह उल्लेख किया है की जादा से जादा हमारे देश में बने हुए चीजे ही इस्तेमाल करे यानि की Local Vocal .
दोस्तों इस पोस्ट में मेने आपको GDP क्या है?GDP की शुरुवात किस तरह से कब और क्यों हुआ था?GDP से जुड़े हुए आपके सारे सवालों के जवाब इस पोस्ट में देनेका पूरी प्रयास किया है.उम्मीद करता हु आपको यह जानकारी पसंद आयेगा.और इस जानकरी से जुड़े हुए आपके मन में कोई भी सावाल/सुझाब रहता है तोह आप निचे हामे कमेंट box में बताये हम आपके सावालो के जवाब देनेका प्रयास करूँगा.धन्यबाद.