Mahatma Gandhi जयंती क्यों मानाते है?

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Mahatma Gandhi जयंती क्यों मानाते है?
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हेल्लो दोस्तों आज एकबार  फिर से आप सभीको internet sikho में  बहुत बहुत स्वागत है. दोस्तों आज 2 अक्टूबर  है ,और इस दिन   में  Mahatma Gandhi जी  का जन्म  हुआ था और आप सभी ने उन्हें जानते भी होंगे की क्यों हाम इस दिन को सरणियो बानाने के लिए इस दिन का पालन करते है .और आज में इसी पोस्ट में Mahatma Gandhi जयंती से जुड़े हुए कुछ बाते बाताने जा राहा हु.जिससे पढने के बाद आपको महात्मा गाँधी जी के बारे बारे में बहुत सरे जाने अनजाने जानकारी मिलेगा,तोह उसके  लिए निचे दिया हुआ पूरा पोस्ट को पढ़े.

Mahatma Gandhi जी से जुड़े हुए कुछ बाते

दोस्तों सबसे पहले आपको बता दे की  2 oct के दिन 1869 में mahatma gandhi जी का जन्म  हुआ था.सत्य और अहिंसा के पुजारी Mahatma Gandhi जी का नाम इतिहास के पन्ने में सदा के लिए अभी भी अमर है.Mahatma Gandhi जी सिर्फ देश में ही नहीं वल्कि बिदेशो में भी काफी मशहूर  थे .और आज में आपको बाताऊंगा Mahatma Gandhi से जुड़े कुछ ऐसे ही रोचक तत्थ्य.

Mahatma Gandhi जी से जुड़े कुछ बाते.

Mahatma Gandhi  जी को  Mahatma कि उपाधि ravindra nath tagor ने दिया था.और ravindra nath tagor को गुरुदेब कि उपाधि Mahatma Gandhi ने दिया था.साल 1930 मे  उनहे आमेरिका के time मेगजिन मे man of the year का पुरसकार भि दिया था.एकबार gandhi जि के पास ticket होने के बाद भि ticket collector ने उनहे जालि केहकर train से उतार दिया था.येह उनके अंग्रेज  के साथ सबसे पेहला और कडबा  अनुभब राहा .Mahatma Gandhi  को राष्ट्र  पिता कि उपाधि सुभाश chandra बोस ने दिया था.Mahatma Gandhi  जि का पुरा नाम मोहन दास करम chand gandhi था ,उनहे आपना तसविर खिचवाना बिलकुल हि पसंद नहि था लेकिन आजादि के लड़ाई  मे वोह एकेले ऐसे बेकती  थे जिसमे उनके photo सबसे जादा खिचि गया है.Mahatma Gandhi  कभि भि आपना जिबन मे आमेरिका नहि गया है.Mahatma Gandhi  आपने जिबन मे कभि भि एरोप्लेन  मे नहि बैठे  है .Mahatma Gandhi जि ने साधिनता आनदोलन मे आपना जिबन मे 6 साल 5 माहिने जैल मे रहे है. Mahatma Gandhi  जि सदेशि के बहुत कट्टर  समर्थक  था लेकिन उनहे पेहला duck ticket swtirzeland  मे छापा गया था. सतंत्रता  दिबस के रात गाँधी  जि नेहरु जि के भासन सुन ने के लिये मजुद नहि था. उसदिन gandhi जि उपोबास पार थे भारत के सतान्तार्ता  प्राप्ति  के कुछ पसचत पत्रकार  गाँधी  जि के पास आये और उनसे english मे बात करने लागे ,पार gandhi जि ने उन सभिको रोका और काहा है कि मेरा देश जब आजाद है तोह अब मे हिंदी  मे बात करेंगे .गाँधी  जि को उनके जिबन मे 5 बार नोबेल पुरस्कार  से नामंत्रित  किया गया है. लेकिन 1948 मे पुरस्कार  मिलने से पेहले हि उनका हत्या  हो गया ,पार उस समय Nobel  comity ने उस साल किसिको भि पुरसकार नहि दिया.गाँधी  जि समय के बहुत पवन थे ,30 jan 1948 को जिसदिन गाँधी  जि कि हत्या  कर दि गयि है ,गाँधी  जि इस बात से परिशान थे कि वोह आपनि  प्रार्थना  सवर  के लिये 10 miniute देरि से जा रहे थे.मूंग  फली  खाने के बाद गोर से उनहे 3 गोलिया मारि थि ,अंतिम  समय मे गाँधी  जि के मुह से निकला राम,गाँधी  जि के शोभायात्रा  को आजाद भारत कि सबसे बड़ी  शोभायात्रा काहा  जाता है.करिब 10 लाख लोग उसके साथ चल रहे थे और करिब 15 लाख लोग रस्ते  मे खड़े  थे जिस बाहन  से  1948 मे Mahatma Gandhi  को अंतिम  संस्कार  के लिये ले गया था ,वोहि बाहन 1997 मे Mother Teresa  अंतिम संस्कार  के लिये भि इसतेमाल किया गया था.

गाँधी  जि ने जब आपनि कानून  कि पढाई  खतम करके england मे वकाला शुरु कि थि तब वोह पुरि तरह से असफल  साबित  हुये थे.यहातक के उनके पेहले केस मे उनके टंगे  जिस तरह कापने लागे थे तब वोह पुरि भयस नहि कर पाये थे और वोह केस हार गये.लेकिन दक्षिण  अफ्रीका  मे गाँधी  जि एक सफल  वकिल बने थे ,और उनकि आम दानिक दक्षिण  अफ्रीका  मे 15000 $ सालाना हो गये थे. फिर  आप जारा सोचिये कि 99% भारतियो के सालाना  आये आज भि उससे कम है.Mahatma Gandhi के आजादी के लड़ाई में एक बहुत बड़ा योगदान राहा है ,यह योगदान हामारे दिल और दिमाग पार हामेशा रहेगा ,और उनका यह कुर्बानी हामेशा रहेगा.

Mahatma Gandhi जयंती क्यों मानाते है?
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Mahatma Gandhi  के कुछ बाते

“आपके बिचार आपके जीबन का निर्माण करते है,                                                                                   जाहा संग्रह किये गए महान बिचारोको के हाजारो कथन आपके                                                            जीबन में एक सकारात्मक बदलाब ला सकता है”

”ऐसे जिओ जैसे की तुम काल मरने वाले हो,                                                                                          ऐसे सीखो की तुम हामेशा के लिये जीने वाले हो” 

”मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पार आधारित है,                                                                                       सत्य मेरा भगबान है,अहिंसा उससे पाने का साधना ”

दोस्तों यह था Mahatma Gandhi  जयंती और Mahatma Gandhi जी से जुड़े हुए कुछ रोचक जानकारी,मुझे उम्मीद है की आपको यह जानकारी पसंद आएगा.और इस जानकारी से जुड़े हुए आपके मन में कोई सवाल रहता है तोह आप निचे हमारे साथ कमेंट Box में साँझा कर सकते है,धन्यबाद.

Mithun
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम मिथुन है,और में इस वेबसाइट को 2016 में बानाया हु.और इस वेबसाइट को बानानेका मेरा मूल मकसद यह है की लोगो को इन्टरनेट के माध्यम से हिंदी में इन्टरनेट की जानकारी प्रदान करना.इसीलिए इस वेबसाइट का नाम Internetsikho राखा गया है.

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