BHAGBAN SE MULAKAT KEISE HOTE HAI

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BHAGBAN SE MULAKAT KEISE HOTE HAI

हेल्लो दोस्तों आज एकबार फिरसे आप सभीको internet sikho में बहुत बहुत स्वागत है.दोस्तों आजका जोह टॉपिक है बहुत ही interesting होने वाला है क्यों इस टॉपिक के अन्दर एक बहुत ही आछा स्टोरी के बारे में जानने को मिलेगा.दोस्तों क्या आपको यह पाता है की आप हरदिन bhagban से मुलाकात करते है.और उसके लिए आपको कही मंदिर या फिर मस्जिद जाने का जरुरत नहीं है .bhagban आपसे हरदिन ही मिलने आते है,और नहीं तोह माहीने में एकबार नहीं तोह हप्ताह में एकबार यानी आपको हामेशा मिलते है.

bhagban से कैसे मुलाकात होता है?

सिर्फ एक ही फर्क है की आप उन्हें पहचान नहीं पाते .लेकिन आज में आपको एक ऐसा काहानी के बारे में बातानेवाला हु जिससे आप हामेशा भगबान को पहचान पायेंगे जब भी वोह आपसे मिलने आएगा.तोह एक बार की बात है एक गरीब किशान एक आमीर मालिक के पास गया और उससे बोला की आप आपना एक खेती एक साल के लिए मुझे उधार में दे दीजिये.और में उसमे महनत से काम करूँगा और आपने लिए अन्य गेहुंगा.तोह आमिर मालिक अतीत दयालु बेकती था और उसने किसान को बात को मानकर आपने खेत दे दिया और उसकी मदत के लिए 5 आदमी भी दिया.

तोह आमिर मालिक ने किशान से काहा की में तुम्हारे सहायता के लिए 5 बेकती तुम्हे दे राहा हु.तुम इनके सहायता लेकर खेती करोगे तोह तुम्हे खेती करने में थोडा आसानी होगा.आमिर मालिक की बात सुनकर किशान से आपने साथ 5 आदमियों को लेकर चला गया .और उनलोगों को ले जाकर आपने खेती पे काम पार लागा दिया.किशान ने सोचा की यार जब 5 आदमी खेत में काम कर रहे है तोह में करूँगा खेत में जाकर.और में काम ही क्यों करू जब मुझे 5 लोग मिल गए काम करवाने के लिए.तोह किशान घर पे चला गया ,और दिन रात बास सपनो में खोये हुए रहता था की खेती में जोह आनाज उगेगा उससे में क्या क्या करूँगा यह चिज खरीदूंगा वोह खरीदूंगा यह करूँगा वोह करूँगा ऐसे खुद की सपने बनने लागा और सोचने लागा .

तोह उधार भी 5 आदमी खेती में जोह काम कर रहे है वोह आपनी मर्जी से कर रहे थे.जब मन करे फसल में पानी देते थे जब मन करता खाद दाल देते जब मन ना करता फसल ऐसे सुखी खाड़े रहती मतलब उन्हें कोई दिशा देनेवाला नहीं था.आपनी मन मर्जी से काम कर रहे थे.जब मन करता आराम करते जब मन करता काम करने लाग जाते.तोह इसी तरह काम चल राहा था.तोह अब क्या हुआ की धीरे धीरे फसल बड़ी होते राहा पार किशान खेत में नहीं आया.और आखिर कर वोह वक्त आगया जब हाम फसल काटते है.तोह किशान ने देखा खेत में खाड़ी फसल बहुत ही खाराप थी जैसे ही वोह खेत में पंहुचा उसने देखा की मतलब जितनी लागत उसने खेतीं में लागाई है पानी देने में,खार डालने में वोह भी फसल उन्हें नहीं दे पा राहा था.यानि की इतनी खाराप फसल थी .तोह किशान को बड़ा दुःख हुआ और वोह सारे बाते समझ भी गया लेकिन तब  एक साल पूरा  हो चूका था.तोह आमिर मालिक आपना खेत किशान से आपस लेने आया.तब किशान उसके सामने रोने लागा गिदगिदाने लागा और बोला क्या आपने जोह मुझे 5 आदमी दिए थे में उनलोगों से आछी तरह से काम नहीं करवा पाया.और मेरी सारे फसल बर्बाद हो गए …आप मुझे और 1 साल का मौका दीजिये.में इस साल आछे से काम करूँगा और आपके खेत आपको लौटा दूंगा.किशान के बात सुनकर आमिर मालिक ने काहा की बेटे यह मौका बार बार नहीं मिलता है.में अब तुम्हे आपना खेत नहीं दे सकता कहकर आमिर मालिक वोहा से चला गया .और किशान रोते ही रह गया.तोह अब जोह ध्यान देनेवाला बात है वोह पूरा पढ़े.

ध्यान से पढ़े और गहराई से समझे. इस काहानी में  दयालु आमिर मालिक bhagban था और वोह गरीब किशान एक आम इंसान था.किशान ने जोह खेत उधार लिया था वोह हामारा शारीर है आमिर मालिक ने किशान के मदत के लिए जोह 5 आदमी दिए थे वोह हामारे 5 गयान्द्रियो है आँख,कान,नाख,जिव,और मन.bhagban ने यह शारीर आपने को आछे कर्मो करने के लिए दिया है.और और इसके लिए उन्होंने हामे 5 इन्द्रियों दिया है आँख ,कान,नाख,जिव ,और मन यह इन्द्रियों को आपने बास में राखकर हाम आछे काम कर सकते है.ताकि जब bhagban हामसे आपना दिया हुआ सामान आपोस मांगे और आये तोह हाम रोये नहीं.

तोह दोस्तों जब भी कोई आपके पास कोई मदत के लिए आता है तोह यह समझो की या तोह उससे bhagban ने भेजा है या फिर वोह खुद bhagban है.और आपको कोई से भी मदत मिल रहे है तोह उससे bhagban का ही एक रूप समझे.और उससे आपने लिए एक opportunity एक बेहतर opportunity और उसमे आपना जान डाल दो सबकुछ एकसाथ मिलकर जितना भी उसका समय चाहे वोह 6 माहीने हो या 1 साल का हो चाहे 2 साल का हो आगर आपने महनत से उस काम को पूरा किया तोह आपको बहुत आछे आछे फल मिलेगा.बहुत आछे आछे रिजल्ट मिलेगा.लेकिन अगर आप आपने उसी किशान के तरह किया जोह इस सखने में उस किशान ने किया.की सिर्फ उस opportunity को मिलके अपने देखे की ऐसा हो जाएगा तैसा हो जायेगा तोह आप उसी तरह रोते रहेंगे.जब आपसे वोह opportunity छीन लिया जाएगा.

तोह भगबान से मुलाकात आपसे हमेशा होता है.जब भी आपके पास कोई opportunity आये तोह यह bhagban ने भेजी है या भगबान खुद देने आयेंगे या फिर वोह कोई आपना दूत भेजेंगे तोह उस opportunity का पूरा फ़ायदा उठाइए.दोस्तों यह काहानी आपको कैसा लागा आप जरुर मुझे कमेंट बॉक्स में बाताये.

Mithun
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम मिथुन है,और में इस वेबसाइट को 2016 में बानाया हु.और इस वेबसाइट को बानानेका मेरा मूल मकसद यह है की लोगो को इन्टरनेट के माध्यम से हिंदी में इन्टरनेट की जानकारी प्रदान करना.इसीलिए इस वेबसाइट का नाम Internetsikho राखा गया है.

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