में कैसे blogging शुरू किया था?

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में कैसे blogging शुरू किया था?

हेल्लो दोस्तों आज एकबार फिर से आप सभीको internet sikho में बहुत बहुत स्वागत है.दोस्तों आज में आपलोगों के साथ इस पोस्ट में  शेयर करने वाला हु की में कैसे blogging के दुनिया में जुडा हु,और कैसे लागातर       blogging के दुनिया में एक से एक नए जानकारी अपडेट करते आया हु.तोह आप भी अगर जानना चाहते है यह सब सावाल के जवाब तोह कृपया करके पूरा पोस्ट को पढने का प्रयास करे.क्यों की इस पोस्ट में जोह कुछ भी लिखनेवाला हु सबकुछ रियल  है,और एक रियल story सबके जीबन में कही ना कही कुछ प्रभाब पड़ता है.

में कैसे blogging शुरू किया था?

 

में blogging दुनिया में कैसे जुड़ा हु?

दोस्तों यह blogging का जोह शब्द है वोह जब में क्लास 5 में था तब मेरे कान में सुनने को आया था.तब सिर्फ सुना ही था,लेकिन तब blogging के बारे में पूरी जानकारी नहीं हुआ था.तब मुझे blogging का मतलब भारतीयों history के कुछ अंग्शो समझता था,लेकिन क्या करे उस समय इतना गभीर से blogging के बारे में समझाने वाला कोई नहीं था.लकिन धीरे धीरे थोडा बहुत पाता चलने लागा की हमसब जैसे डायरी में आपने मन की बात और भी उपोयोगी जानकारी लिख के राखते है ऐसे internet में लोग आपने आपने मन के बात और उपोयोगी जानकारी blog में लिखकर पुरे दुनिया  के लोगो के साथ शेयर करता है.तब मुझे पाता चला की blogging कोई छोटा शब्दों नहीं है,इसका दुनिया बहुत बड़ा है,इसका सीमा का कोई अंत नहीं है.तब से धीरे धीरे मेरे मन में blogging को और गभीर से जानने का उत्साह बाढ गया था.तब से जब भी मौका मिलता था आपने दोस्तों के mobile से google में blogging के बारे में search करके जाननेका कौशिश किया था.और मुझे हर दिन कुछ ना कुछ नए नए site से नए नए जानकारी/नए नए स्टोरी और भी बहुत तरह के जानकारी मिलता था और उससे पढकर मुझे बहुत अच्छा लागता था  ,इसी वजह से blogging और भी  जादा मेरे दिमाग में  घुस गया था.और उस समय मेरे पास कोई smartphone ना रहने के कारन मुझे जोह भी blog से अच्छा जानकारी और अच्छा स्टोरी के बारे में पढने को मिलता था उस website के एड्रेस में आपने नोटबुक में लिखकर राखता था ताकि उस साईट में दुबारा आकर नए जानकारी को पढ़ सके.

 

 

ऐसे computer के बात करे तोह,मुझे कभी ऐसे अलग computer सिखने का मौका तोह नहीं मिला था,लेकिन मेरे कुछ धनि दोस्त थे उस समय इसी वजह से उनलोगों के घर में कंप्यूटर रहता था ऐसे मेरे आना जाना दोस्त के घर में लागा ही रहता था,लेकिन सच कहू तोह आजादी से आपने हाथ में कंप्यूटर को चालाने का तोह मौका नहीं मिला था,लेकिन देख देखकर कम से कम basic जानकारी सिख ही लिया था की कैसे on/off होता है कोनसे keyword से क्या काम करता है वोह सब जानकारी हो गया था.धीरे धीरे और भी  में कंप्यूटर के करीब आने लागा था क्यों की तब मेरे उपर मेरे दोस्त को भरोसा हो गया था की में अब अछे से कंप्यूटर के इस्तेमाल को समझ गया हु,इसीलिए मुझे कभी कभी एकेले में छोर देता था कंप्यूटर को तब में उसका पूरा फ़ायदा उठाता था.अब आपके मन में यह साबाल चल राहा होगा की ऐसा क्या फ़ायदा में उठा राहा था?जी हां में आपको उपर पहले ही बाताया हु की जोह भी website के जानकारी और स्टोरी मुझे आछा लागता था उसका एड्रेस में आपने नोटबुक में लिखकर राखता था,और उस नोटबुक को लेकर जाता था ताकि आसानी से उस साईट में visit कर सके,और कुछ नए जानकारी पा सके.ऐसे करते करते और भी जादा  blogging के उपर आग्रह बाढने लाग गया था,और internet से प्यार होएं लागा था.इसी blogging और internet के पयार के चक्कर में कितने क्लास में अनुपस्थित राहा वोह सिर्फ मुझे ही पाता है.कुछ समय ऐसा भी था की में पैसे खर्च करके आपने नस्दिकी सहर के cyber cafe में पैसे देकर ब्लॉग पड़ता था.और ऐसे blog पढ़ते पढ़ते मेरे मन में भी एकदिन blog लिखने का बात सोचा.लेकिन ब्लॉग इतने दिन सिर्फ पढ़े ही है,मुझे यह भी नहीं पाता की blog कैसे बानाते है?blog को कैसे इस्तेमाल करते है?किस तरह से blog में पोस्ट लिखा जाता है यह सब के बारे में मुझे कुछ भी नही मालूम था.और मेरे आपने सामने में भी ऐसा कोई blogger दोस्त नजर नहीं आया जोह की मुझे मदत कर सके,और जानकारी दे सके जिससे में एक नया ब्लॉग बाना सेकु.और में आपको एक सच बात आपको आज बाता ही देना चाहता हु की अगर उस समय कोई blogger दोस्त मिल भी जाता था फिर भी में उससे नहीं पूछता था की भाई blog कैसे बानाते है इसके बारे में मुझे बाताये,और मुझे एक ब्लॉग बानाने में मदत करे.क्यों की मेरे अन्दर  बचपन से ही  एक बुरी आदत है की किसी से कुछ ना पूछकर ही खुद से  practic करके उस चीज़ के बारे में शुरू से सिखने का इच्छा रहता है.

में कैसे blogging शुरू किया था?

मेरे blogging के शुरुवात कैसे हुआ था?

जब मन में ब्लॉग्गिंग करने की इच्छा इतना जाग गया तोह शुरुवात करने में देर किस बात की.फिर में blogger.com पे रजिस्टर कर लिया.अब ब्लॉग तोह बाना लिया है लेकिन ब्लॉग में कुछ भी पोस्ट लिखने के लिए internet और computer दोनों का जरुरत है,लेकिन उससमय ना की घर में कोई internet कनेक्शन था और ना ही कोई कंप्यूटर था,फिर भी में कुछ पैसे जमा करके free समय में cyber cafe में जाता था पोस्ट लिखने के लिए.लेकिन शुरुवात में लिखने के समय बहुत प्रॉब्लम होता था,और सोचता था लिखू तोह क्या लिखे और वोह भी हिंदी में लिखना है.ऐसे में तोह bengali हु,लेकिन मुझे लिखना है हिंदी में,और मुझे हिंदी पढने तोह आता था लेकिन लिखना मेरे लिए  हिंदी लिखना बहुत कठिन बिषय था.लेकिन क्या करे जब में सोच ही लिया था का मेरे देश के मातृभाषा में ही मुझे ब्लॉग्गिंग करना है,तब तोह कैसे भी करके हिंदी में लिखने का जुगाड़ करना ही पड़ेगा.फिर मेंरे  दिमाग में एक आईडिया आया और में google input tool के मदत से हिंदी में लिखने सक्षम राहा.क्यों की इस google input tool में हाम आपने भासा में लिखकर उससे दुसरे भाषा में कन्वर्ट करके टाइपिंग कर सकते है.इससे में तोह अब आसानी से हिंदी में लिख सकता हु.लेकिन अब लिखू तोह क्या लिखू,लेकिन आप लोगो को सच बाताने तोह तब मुझे जिनके भी पोस्ट अच्छा लगता था वोह सीधा copy pest करके पोस्ट कर देता था,क्यों की तब मुझे आछे से लिखने नहीं आता था.लेकिन जब धीरे धीरे blogging को और समझने लागा  और पाता चलने लागा की में अगर किसीका पोस्ट कॉपी करके उससे पोस्ट करता हु तोह एक तरह से में आलसी हो जाता था,दुसरे तरफ मेरे website को google के नजर में खास rank मिलना  भी मुश्किल हो राहा  था,फिर में इस तरह के परिशानी से बाहार निकलने का कौशिश किया हु.फिर मैंने यह सोच लिया था की अब जोह भी लिखूंगा वोह आपने दम पे लिखूंगा हा यह हो सकता है की वोही content कोई और ब्लॉगर ने लिखे हो.लेकिन में जोह लिखूंगा वोह चाहे छोटा पोस्ट क्यों ना हो फिर खुद के एक एक word लिखने का कौशिश करूँगा.फिर धीरे धीरे ऐसे ही blogging के गाड़ी चलता राहा.पहले तोह एक पोस्ट में 100/200 words के उपर कुछ भी नहीं लिख पाता था.लेकिन जितने दिन के दिन में पोस्ट लिखते गया और मेरा टाइपिंग speed और words बढ़ते गया हर एक पोस्ट में.और अब एकबार kyboard में हाथ देता हु तोह हाथ रूखने का नाम ही नहीं लेता है.दोस्तों अब उपर के इस पोस्ट को पढने के बाद आपके मन में कही ना कही यह सोच चल राहा होगा की में यह सब बाते आपलोगों के साथ क्यों बाता राहा हु.लेकिन मुझे लागता है की अगर में सच बात आपलोगो के साथ शेयर करूँगा तोह आपलोगों को भी कही ना कही inspired होंगे की में कैसे मेरे घर में internet कनेक्शन और कंप्यूटर और ना ही मुझे हिंदी लिखने आता  फिर  भी blogging को कैसे में शुरू किया था,उस समय अगर में इसी तरह के कुछ बाहाना बानाता था की मेरे पास तोह ना कंप्यूटर है और ना इन्टरनेट कनेक्शन है तोह में कैसे ब्लॉग्गिंग कर पाऊंगा.लेकिन उस समय सिर्फ आपने सोख और मेरे धैर्य के उपर खड़ा राहा और में ब्लॉग्गिंग में टिका राहा,और आज में ब्लॉग्गिंग से  ही एक laptop/smartphone/internet connection लेने में सक्षम राहा.तोह इस बात से एक और बात याद आगया की आप जोह भी काम दिल से करना चाहते है तोह उस लक्ष्य को कभी ना छोरे,क्यों की कोई सफलता बिना कोई struggle से नहीं मिलता है.और एकबार struggle सहने के बाद जोह खुसी का नाजारा आता है तब उस struggle के तुलोना में बहुत जादा खुशिया रंग लाता है आपने जीबन में.

 

 

ठीक इसी तरह से आप भी अगर blogging करने को सोच रहे है,या फी मन तै कर ही लिया की आपको blogging करना ही है,तब आपके आधा काम वोही ख़तम.बाकी जोह आधा काम बाचा वोह आपके उपर depand करता है की आप कितने जल्दी आपके इच्छा को पुरन करना चाहते है,तोह देर कीस बात की जल्दी से blogger/wordpress पार registration करे और लिखना शुरू करदे.और एक सफल blogger बनने का हिम्मत बानाए राखे.

तोह दोस्तों यह था मेरा blogging दुनिया से जुड़े हुए कुछ बाते,और मुझे उम्मीद है की आपको यह जानकारी आपको पसंद आएगा और साथ ही खुदको  motivate करने में मदत करेगा.और इस जानकारी से जुड़े हुए और कोई भी सावाल आपके पास रहता है तोह आप मुझे कमेंट box में comment करके पूछ सकते है.

Mithun
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम मिथुन है,और में इस वेबसाइट को 2016 में बानाया हु.और इस वेबसाइट को बानानेका मेरा मूल मकसद यह है की लोगो को इन्टरनेट के माध्यम से हिंदी में इन्टरनेट की जानकारी प्रदान करना.इसीलिए इस वेबसाइट का नाम Internetsikho राखा गया है.

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